स्याल्दे – उत्तराखंड के जंगलों को आग से बचाने की वन विभाग की कोशिशें में कुछ खास कमाल दिखने जा रहा है।हालांकि वन विभाग अपनी तरफ से वनग्नि सुरक्षा के लिए नए-नए प्रयास करने में जुटा हुआ है। प्रभागीय वनाधिकारी भूमि संरक्षण रानीखेत हेम चन्द्र गहतोड़ी के निर्देशन पर वन क्षेत्राधिकारी स्याल्दे राकेश कुमार रत्नाकर ने वन विश्राम भवन तामाढौन मे वन पंचायतों के सरपंचों, फायर वाचर, वन कर्मीयों को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया।वन क्षेत्राधिकारी स्याल्दे राकेश कुमार रत्नाकर ने बताया कि वनग्नि रोकने के लिए हमें एकजुट होकर प्रयास करना है। जंगल में जलती बीडी,सिगरेट आदि न डालें, अपने नाप खेतों में खरपतवार को जलाते समय चारों ओर सफाई कर स्वयं खड़े होकर सुबह के ही समय जलाते। ग्रामीणों जंगलों में आग लगने से होने वाले दुष्प्रभावों की वैज्ञानिक जानकारियां बताई गई.। उन्होंने वन पंचायत सरपंचों व फायर वाचर, वन कर्मियों से वनों के संरक्षण व संवर्धन हेतु संकल्प लेने के प्रेरित किया। जिसमें भरसोली, पालपुर, मयलगांव, पत्थरखोला आदि गांव के वन पंचायत सरपंचों ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।इस मौके पर वन क्षेत्राधिकारी स्याल्दे राकेश कुमार रत्नाकर, उप वन क्षेत्राधिकारी स्याल्दे पूरन प्रकाश,वन पंचायत सरपंच संगठन ब्लाक अध्यक्ष पूरन चन्द्र भिरकिनी,भवान राम,भुलन चन्द्र,भुवन सिंह,दयालु राम,जगत सिंह,महिपाल सिंह,ललित मोहन,जगत सिंह,सुन्दर सिंह,महेंद्र सिंह,विपिन चन्द्र वन पंचायत सरपंच व फायर वाचर, वन कर्मी मौजूद थे।